डार्क सर्कल और आंखों की सूजन को दूर करे त्रिफला जल


आपकी आंखें बहुत कीमती हैं। यही तो हैं जो आपको दुनिया से रूबरू कराती हैं। और इतना तो आप जानते ही होंगे कि आंखें आपके शरीर का सबसे संवेदनशील अंग होती हैं। लेकिन, क्‍या आप उन्‍हें जरूरी आराम देते हैं। घंटों आपकी नजरें कंप्‍यूटर पर गढ़ी रहती हैं। इससे आपकी आंखें थक जाती हैं। आंखों का मेकअप भी उन पर बुरा असर डालता है, इसके साथ ही इससे सिरदर्द, सूजी व रूखी आंखें और डार्क सर्कल जैसी परेशानियां हो सकती हैा। कुछ मामलों में मेकअप के कारण दृष्‍टि‍ पर भी बुरा असर पड़ता है। ऐसे में त्रिफला चूर्ण आपके काफी काम आ सकता है। यह आयुर्वेदिक उपचार आपकी आंखों को कई संभावित समस्‍याओं से बचाने में मददगार हो सकता है।

यह क्‍या है ?eyes-633x319

अगर आप अपनी आंखों को अच्‍छी तरह धोते  हैं, तो इससे उनकी सेहत पर अच्‍छा असर पड़ा है। इससे आपकी आंखें ताजा महसूस करती हैं। उनकी थकान और रूखापन दूर होता है। इसके साथ ही आंखों के आसपास की छोटी मांसपेशियों की मसाज करने से भी आंखों को आराम मिलता है। खासतौर पर जब आप घंटों कंप्‍यूटर पर काम करते हैं।

त्रिफला का कमाल

आयुर्वेद के मुताबिक त्रिफला में कई स्‍वास्‍थ्‍यवर्धक गुण होते हैं। यह पाचन क्रिया के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इसके सेवन को भी आंखों के लिए लाभकारी माना जाता है। अगर आप आंखें धोने के लिए त्रिफला का इस्‍तेमाल करते हैं, तो इससे भी आपकी आंखों को बहुत फायदा होगा। त्रिफला तीन हर्बल उत्‍पादों से मिलकर बनता है। इसमें आंवला, हरतकी और बिहितकी के चूर्ण से मिलकर बनता है। यह नेचुरल ब्‍लड प्‍यूरीफायर और आई टॉनिक है। यह आंखों के आसपास की मांसपेशियों को अच्‍छी तरह काम करने में मदद करता है। पूरे शरीर के लिए भी इसके कई लाभ हैं।

पहला कदम: त्रिफला जल बनायें

इसके लिए आपको पेय जल और त्रिफला पाउडर की जरूरत होगी। दो गिलास पानी में दो चम्‍मच त्रिफला पाउडर मिलायें और इसे आठ घंटे के लिए ऐसी ही छोड़ दें। बेहतर होगा अगर आप इसे रात भर ऐसा ही रहने दें। अगली सुबह इस मिश्रण को करीब दस मिनट तक उबालें। और फिर इस मिश्रण को पूरी तरह ठंडा होने के लिए छोड़ दें। आप चाहें तो इसे ठंडा करने के लिए फ्रिज में भी रख सकते हैं।

दूसरा कदम – अपना चेहरा और आंखें धोयें

जब यह मिश्रण ठंडा हो जाए तो इसे एक कटोरी में छान लें। अब इस ठंडे पानी से अपना चेहरा और आंखें धोयें। याद रखें चेहरा धोते समय आपको साबुन लगाने की जरूरत नहीं है। इसके बाद दोनों हाथों में थोड़ा त्रिफला जल लें। और अपने दोनों हाथों को अपनी दोनों आंखों पर रख दें। अपनी आंखें खुली रखें ताकि वे त्रिफला जल में डूब जाएं। अपनी पलकें झपकाकर इस पानी को फेंक दें। इस प्रक्रिया को तीन बार दोहरायें। इसके बाद अपने चेहरे और आंखों को तौलिये से सुखा लें।

eye-633x319तीसरा कदम- अपनी आंखों को दें आराम

इस कदम में आपको खीरे के दो टुकड़ों, गुलाब या तुलसी कुछ पत्तियों की जरूरत होगी। ये सब ठंडी होनी चाहिये ताकि इससे आंखों को आराम मिल सके। शवासन में लेट जाइये और आंखें बंद करके इनमे से कुछ भी अपनी आंखों पर रखिेये। इसके बाद गुलाब जल में रूई के फोहे को डुबोकर उसे इसके ऊपर रखें। आप चाहें तो इसके ऊपर एक कोमल मखमल का टुकड़ा भी बांध सकते हैं।

चौथा कदम- आंखों का व्‍यायाम

जब आप शवासन में लेटे हों तो किसी खूबसूरत चीज के बारे में विचार करें। अगर आप ऐसा न कर पा रहे हों, तो ध्‍यान अपनी सांसों की ओर लगाने का प्रयास करें। इसके बाद धीरे-धीरे अपनी आंखों को घड़ी की दिशा में और उसकी विपरीत दिशा में घुमायें। इसके बाद आंखों को संख्‍या आठ की मुद्रा में घुमायें। इसके बाद पहले अपने पैरों और फिर अपनी आंखों को देखने का प्रयास करें। इसके बाद दायें-बायें देखें। कुछ समय तक इसी पोजीशन में रहें। इस पूरे चक्र को पांच बार दोहरायें।

पांचवां कदम- आराम करें

आंखों के व्‍यायाम के बाद, थोड़ी देर आराम करें। अपने दिमाग को शांत करें और अच्‍छी बातों के बारे में सोचें। बीस मिनट तक शवासन में रहें और फिर धीरे-धीरे अपने पंजों और फिर शरीर के ऊपरी भाग को हिलायें। अपनी हथेलियों को आपस में मलें और फिर इन्‍हें अपनी आंखों पर रखें। ढंकीं आंखों को ही खोलें ताकि आंखों को अचानक तेज रोशनी का सामना न करना पड़े।

टिप्‍स

  • इस क्रिया को दिन के आखिर में करें। इससे आपको शांत रहने में मदद मिलेगी।
  • अपनी आंखों पर गर्म या गुनगुना पानी न डालें।
  • आंखों पर पानी के छींटे न मारें इससे उन्‍हें नुकसान हो सकता है।
  • अगर आपकी आंखों में संक्रमण हे या फिर आपने हाल ही में आंखों का ऑपरेशन आदि करवाया है, तो इस पूरी प्रक्रिया को अपनाने से पहले अपने डॉक्‍टर से जरूर बात करें।

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